वक्त के हाथों खुद को क्या सौंपा, वक्त से बन गया हूं वक्त जैसा इंसान। वक्त है कि री वक्त के हाथों खुद को क्या सौंपा, वक्त से बन गया हूं वक्त जैसा इंसान। व...
डरना ज़रूरी है! डरना ज़रूरी है!
भटका भाई दर बदर, भरने मटका पूर्ण, मटके में अटका रहा, उड़ने वाला चूर्ण। उड़ने वाला चूर् भटका भाई दर बदर, भरने मटका पूर्ण, मटके में अटका रहा, उड़ने वाला चूर्ण। उड़ने...
योजनाएँ बनाने से पहले कोई जाकर देखे हालात, प्रशासन अपनी आँखें खोले फिर दें कुछ अच्छ योजनाएँ बनाने से पहले कोई जाकर देखे हालात, प्रशासन अपनी आँखें खोले फिर ...
जो नजरों से गिर जाये उसे उठाना नहीं। जो नजरों से गिर जाये उसे उठाना नहीं।
इंतज़ार और आस इंतज़ार और आस